सन 1492 में समुद्री यात्रा करते हुए उत्तरी अमेरिका की खोज करने वाले क्रिस्टोफर कोलंबस (Christopher Columbus) को लेकर एक बड़ी खोज सामने आई है। स्पेन के Seville Cathedral से प्राप्त 500 साल पुरानी मानव हड्डियों के DNA Test से पता चला है कि यह क्रिस्टोफर कोलंबस की हड्डियां हैं। इसके साथ ही 20 साल चले इस पुराने शोध से यह पता लगाया गया है कि कोलंबस को कहां दफनाया गया था? वर्ष 1506 में कोलंबस की मौत हो गई थी। कुछ लोगों का मानना था कि उन्हें डोमिनिकन रिपब्लिक में दफनाया गया था। इस दावे के साथ ही उनके वास्तविक अवशेषों को पता लगाने की खोज शुरू हो गई।
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Christopher Columbus DNA: 500 साल बाद मिली हड्डियों से खुला राज (Secret revealed from remains found after 500 years) |
500 साल बाद मिली हड्डियों से खुला राज
इन्हीं सवालों का जवाब जानने के लिए कुछ फॉरेंसिक वैज्ञानिकों ने मिलकर के इस पर शोध करना शुरू किया। दो दशकों तक विशेषज्ञ, नमूनों से लिए गए DNA का मिलान कोलंबस के वंशजों से करने में लगे रहे और अब 20 साल की कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद उन्हें स्पेन की सेविले कैथ्रैड़ल में 500 साल बाद मिली हड्डियों से कई राज खुले और कई सवालों के जवाब मिले।
- स्पेनिश नागरिक: अब तक की ऐतिहासिक खोज के मुताबिक माना जाता था कि कोलंबस एक इटालियन नागरिक है लेकिन इस नए शोध के आधार पर पता चला है कि वह एक स्पैनिश नागरिक था।
- सेफ़र्डिक यहूदी: इस नवीनतम शोध में पता चला है कि क्रिस्टोफर जिसे हम पारंपरिक रूप से कैथोलिक समझते थे, वह जन्म से सेफ़र्डिक यहूदी था। ऐसा प्रतीत होता है कि तात्कालिक स्पेन में प्रचलित धार्मिक उत्पीड़न से अपने बचाव हेतु कोलंबस ने अपने मूल धर्म 'यहूदी' को छिपाया होगा और कैथोलिक धर्म अपनाया होगा।
"सेफ़र्डिक" शब्द सेफ़ारड से बना है, जो स्पेन में हिब्रू शब्द है।
नई तकनीक द्वारा पूर्ण हुआ शोध
इस खोज का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिक मिगुएल लोरेन्ट ने बताया, "नई टेक्नोलॉजी के कारण ही यह पुष्टि करना आसान हुआ है कि ये हड्डियों के अवशेष कोलंबस के ही हैं, क्योंकि हड्डियां काफी ज्यादा पुरानी थी। 500 साल का समय बहुत लंबा होता है और ऐसे में इतनी पुरानी हड्डियों की जांच कर पाना पारंपरिक तकनीकों द्वारा बहुत मुश्किल था, नई तकनीक के द्वारा ही ऐसा कर पाना संभव हो पाया।
2003 में हुई शोध की शुरुआत
इस शोध की शुरुआत 2003 में हुई थी जब प्रोफेसर लॉरेंट और इतिहासकार मार्शल शास्त्रों ने मकबरे को खोदा था। उस समय हड्डियां तो मिल गई थीं, लेकिन DNA Technology इतनी ज्यादा विकसित ना होने की वजह से केवल कुछ अनुवांशिक पदार्थों की ही जांच हो पाई थी। इसी कारणवश शोध वैज्ञानिकों ने कोलंबस के बेटे डिएगो कोलंबस और भाई वर्थोलामेव की हड्डियों का अध्ययन करना शुरू किया। इन दोनों को भी Seville Cathedral में ही दफनाया गया था।
निष्कर्ष
500 साल बाद मिले हड्डियों के अवशेषों के DNA परीक्षणों से पुष्टि हुई है कि सेविले कैथेड्रल में मिले अवशेष खोजकर्ता क्रिस्टोफर कोलंबस के ही हैं। नए शोध से पता चला है कि वह स्पेनिश थे और मूल रूप से यहूदी थे।